शिवजी की पूजा मूर्ति तथा शिवलिंग दोनों रूपों में की जाती है शिव के गले में नाग देवता विराजमान करते हैं तथा उनके हाथों में डमरू और त्रिशूल होता है. पण्डित त्रयोदशी को लावे। ध्यान पूर्वक होम करावे ॥ अर्थ- त्रयोदशी (चंद्रमास का तेरहवां दिन त्रयोदशी कहलाता है, हर चंद्रमास https://cristiankliny.like-blogs.com/29632041/shiv-chalisa-lyrics-bhakti-bharat-can-be-fun-for-anyone